कृष्ण मन्त्र--
जिनके इष्ट श्री कृष्ण हैं उनके लिए तथा गृहस्त व्यक्तियों के लिए यह मन्त्र उपयोगी एवं लाभदायक है!
विनियोग---
अस्य मंत्रस्य नारद ऋषि:, गायत्री छंद:, श्री कृष्णो देवता, क्लीं बीजम, स्वाहा शक्ति:, चतुर्विध पुरुषार्थ सिद्धयथे जपे विनियोग:!
ध्यान------
स्मरेद वृक्ष वने रम्ये मोहयंतमनारतम:!
गोविन्दं पुण्डरीकाक्षं गोपकन्या सहस्त्रश:!!
आत्मनो वदनां भोज प्रेणिताक्षिमधुव्रता:!
पीडिता: कामबाणेना विरामा श्लेषेत्सुका:!!
कृष्ण मन्त्र----
"क्लीं कृष्णाय गोविन्दाय गोपीजन वल्लभाय स्वाहा!"
"Klīm kr̥isnāya gōvindāya gōpījana vallabhāya svāhā"
जीवन में पूर्ण सुख भोग प्राप्त कर अंत में कृष्ण चरणों में लीं हो जा..
जिनके इष्ट श्री कृष्ण हैं उनके लिए तथा गृहस्त व्यक्तियों के लिए यह मन्त्र उपयोगी एवं लाभदायक है!
विनियोग---
अस्य मंत्रस्य नारद ऋषि:, गायत्री छंद:, श्री कृष्णो देवता, क्लीं बीजम, स्वाहा शक्ति:, चतुर्विध पुरुषार्थ सिद्धयथे जपे विनियोग:!
ध्यान------
स्मरेद वृक्ष वने रम्ये मोहयंतमनारतम:!
गोविन्दं पुण्डरीकाक्षं गोपकन्या सहस्त्रश:!!
आत्मनो वदनां भोज प्रेणिताक्षिमधुव्रता:!
पीडिता: कामबाणेना विरामा श्लेषेत्सुका:!!
कृष्ण मन्त्र----
"क्लीं कृष्णाय गोविन्दाय गोपीजन वल्लभाय स्वाहा!"
"Klīm kr̥isnāya gōvindāya gōpījana vallabhāya svāhā"
जीवन में पूर्ण सुख भोग प्राप्त कर अंत में कृष्ण चरणों में लीं हो जा..
No comments:
Post a Comment